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Tuesday, 12 July 2016

Guzar sahab hindi shayari

ग़म मौत का नहीं है,
ग़म ये के आखिरी वक़्त भीतू मेरे घर नहीं है....
निचोड़ अपनी आँखों को,के दो आंसू टपके..
और कुछ तो मेरी लाश को हुस्न मिले...
..डाल दे अपने आँचल का टुकड़ा...
के मेरी मय्यत पे कफ़न नही है............
-Gulzar Hindi Font Shayari
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बेबस निगाहों में है तबाही का मंज़र,
और टपकते अश्क की हर बूंदवफ़ा का इज़हार करती है.......
.डूबा है दिल में बेवफाई का खंजर,
लम्हा-ए-बेकसी में तसावुर की दुनियामौत का दीदार करती है.......
...ऐ हवा उनको कर दे खबर मेरी मौत की...
और कहेना,के कफ़न की ख्वाहिश में मेरी लाशउनके आँचल का इंतज़ार करती है.........
.-Gulzar Hindi Font Shayari
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तेरी यादों के जो आखिरी थे निशान,
दिल तड़पता रहा,हम मिटाते रहे...
ख़त लिखे थे जो तुमने कभी प्यार में,उसको पढते रहे और जलाते रहे....”-
Gulzar Hindi Font Shayari
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तन्हाई की दीवारो पे घुटन का पर्दा झूल रहा है...
बेबसी की छत के नीचे,कोई किसी को भूल रहा है....-
Gulzar Hindi Font Shayari
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तेरे- करम- तो -हैं इतने कि याद हैं अब तक,
तेरे सितम हैं कुछ इतने कि हमको याद नहीं-
Gulzar Hindi Font Shayari~
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मेहँदी वाले हाथों के कन्धों सेदुपट्टा सरकना,
आफतें क्या क्या..!!-
Gulzar Hindi Font Shayari
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शायर बनना बहुत आसान है...
बस एक अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल डिग्री चाहिए...
-Gulzar Hindi Font Shayari~
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कोई पुछ रहा हे मुजसे मेरी जीन्दगी की कीमंत....
मुझे याद आ रहा है तेरा हल्केसे मुस्कुराना......-Gulzar Hindi Font Shayari
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मैं तेरे इश्क़ की छाँव में...
जल-जलकर !काला न पड़ जाऊं कहीं !
तू मुझे हुस्न की धूप काएक टुकड़ा दे..!-
Gulzar Hindi Font Shayari~
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तेरे वादे का तू जाने__मेरा वो ही इरादा है..!!
जिस दिन साँस टूटेगी__उसी दिन आस टूटेगी..!!-
Gulzar Hindi Font Shayari
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चंद रातों के खुवाबउम्र भर की नींद मांगते है।।-
Gulzar Hindi Font Shayari
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बस में हो ना हो,तुमसे प्रेम ना करना सबसे बेहतर निर्णय है मेरे जीवन का,
निर्णय था..!!शायद..!!-
Gulzar Hindi Font Shayari~
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चुप चाप सा ये कमरा मेराऔर रोशन ताकजहाँ बल्ब जल रहे हैखामोशबेजुबानजो बस जलना जानते हैकिसी की याद में...!!!-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~यादों की अलमारी में देखा,वहां मुहब्बत फटेहाल लटक रही है-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~ना जाने किस तरह का संग-तराश था वो भी।मुझे इस तरह तराशा है,के पाश-पाश हो गए हैं।।-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~सुनो...जब कभी देख लुं तुम को....तो मुझे महसूस होता है कि...दुनिया खूबसूरत है....-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~सुनो....ज़रा रास्ता तो बताना....मोहब्बत के सफ़र से... वापसी है मेरी.....-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~आज हर ख़ामोशी को मिटा देने का मन हैजो भी छिपा रखा है मन में लूटा देने का मन है...-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~एक सपने के टूटकर चकनाचूर हो जाने के बाद..दूसरा सपना देखने के हौसले को'ज़िंदगी'कहते हैं..-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~मैंने दबी आवाज़ में पूछा - "मुहब्बत करने लगी हो?"नज़रें झुका कर वो बोली - "बहुत"-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~"पलक से पानी गिरा है,तो उसको गिरने दोकोई पुरानी तमन्ना,पिंघल रही होगी!!"#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~तेरे उतारे हुए दिन पहनके अब भी मैं,तेरी महक में कई रोज़ काट देता हूँ !!#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~कि गहरी वादियाँ ख़ाली कभी नहीं होतींये चिलमन बारिशों की भी उठा दूँगा,जब आओगे !#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~होंठ झुके जब होंठों पर,साँस उलझी हो साँसों में...दो जुड़वा होंठों की,बात कहो आँखों से.!!#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~क्यूं इतने लफजो में मुझे चुनते हो,इतनी ईंटें लगती है क्या एक खयाल दफनाने में?#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~बहुत मुश्किल से करता हूँ,तेरी यादों का कारोबार,मुनाफा कम है,पर गुज़ारा हो ही जाता है...-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~"पूछ कर अपनी निगाहों से बता दे मुझको,मेरी राहों के मुकद्दर में सहर है कि नही.."-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~गुल से लिपटी हुई तितली को गिराकर देखो,आँधियों तुमने दरख्तों को गिराया होगा।-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~"कभी कभी तो आवाज़ देकरमुझको जगाया ख़्वाबो ने..!"#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~अपने होठों से चुन रहा हूँतुम्हारी सासों की आयतों कोकि जिसम के इस हसीन काबे पेरूह सजदे बिछा रही है।#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~बहोत अंदर तक जला देती है,वो शिकायतें जो बयाँ नही होती..#गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~महदूद हैं दुआएँ मेरे अख्तियार में..हर साँस हो सुकून की तू सौ बरस जिये...-गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~''ये तुमने ठीक कहा है,तुम्हें मिला ना करूंमगर मुझे ये बता दो कि क्यों उदास हो तुम?''-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~इक उर्म हुई मैं तो हंसी भूल चुका हूँ,तुम अब भी मेरे दिल को दुखाना नही भूले ।-गुलज़ार-Gulzar Hindi Font Shayari~~~~~~~~~~~~~~

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