Ad

Tuesday 2 August 2016

Sad shayri from ashq dayri

हमें क्या पता था ��मौसम ऐसे रो पड़ेगा....
हमने तो आसमां को बस अपनी ☹दास्ताँ सुनाई थी.
जावेद अख्तर

No comments: